मयखानों से चंद घंटो में बिकी दो करोड़ की शराब

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है। इस कारण जनपद में भी गत 24 मार्च की देर रात से शराब की दुकानें बंद थीं। सोमवार को छूट मिलने पर जनपद में 418 में से 343 दुकानें दोपहर एक बजे खुलीं। इस दौरान पीने वालों के सब्र का बांध ऐसा टूटा कि चंद घंटों में ही लगभग दो करोड़ रुपये की शराब की बिक्री जनपदभर में हो गई। गौरतलब है कि गत 3 मई को लॉकडाउन-2 की अवधि समाप्त हो गई। लॉकडाउन-3 दो सप्ताह के लिए बढ़ाया गया। साथ ही लॉकडाउन-3 में कुछ रियायत भी सरकार की ओर से दी गईं। सरकार की ओर से शराब की दुकानों को खोलने की छूट दे दी गई है। जिले की बात करें तो जिले में 418 देसी, अंग्रेजी, बीयर, भांग की दुकानें हैं। इनमें से कुछ लगभग 75 दुकानें हॉट स्पॉट व कंटेनमेंट जोन में आ रही हैं। सरकार ने इन क्षेत्रों में किसी भी दुकान के खोले जाने को प्रतिबंधित कर रखा है। जिसके चलते जिले में पहले दिन 343 दुकानें खोली गईं। शराब की दुकान खुलने की सूचना मिलते ही पीने वालों की तो समझो मौज ही आ गई। देखते ही देखते दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी। विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिले की 70 प्रतिशत दुकानों पर चंद घंटों में ही पुराना स्टॉक खत्म हो गया। कुछ ही दुकानें शाम सात बजे तक खुलीं। लगभग 2 करोड़ की शराब पहले दिन ही देसी, अंग्रेजी व बीयर की दुकानों से बिक गई। दूसरे दिन भी रही भीड़, पहले दिन से कम बुलंदशहर। शराब की दुकानों के खुलने के साथ ही डिमांड भी बढ़ गई है। दूसरे दिन भी शराब की दुकानों पर भीड़ लगी रही, लेकिन पहले दिन के मुकाबले कम रही। शराब पाने के लिए आपाधापी मची रही। शराब पाने के चक्कर में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रहा। हालांकि विभागीय अधिकारी, पुलिस और शराब विक्रेता लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते दिखाई दिए। कोट पहले दिन लगभग दो करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है। सभी शराब विक्रेताओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाने के निर्देश गए हैं। -संजय कुमार त्रिपाठी, जिला आबकारी अधिकारी